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कविता

काम पर जाने वाली औरत-संगीता सहाय

संगीता सहाय. पुलिस कालोनी, B – 175 अनीसाबाद, पटना बिहार मोबाईल नंबर – 9905400867. Email id ; sangitasahay111@gmail.com

पुरूषोत्तम व्यास की कविताएँ

पुरूषोत्तम व्यास C/o घनश्याम व्यास एल.जी 63 नानक बगीचे के पास शांतीनगर कालोनी नागपुर(महाराष्ट) ई-मेल pur_vyas007@yahoo.com मो. न. 8087452426

जीवन संगिनी

  1. जीवन संगिनी है तो संसार सुंदर है, वरना सब वीरान है।

दयानंद कनकदंडे जी की अनुदित कविताएँ-अनुवाद :प्रेरणा उबाळे

मराठी के लेखक, समीक्षक, कवि एवं “सगुणा” पत्रिका के संपादक दयानंद कनकदंडे जी एक जीवनदानी सामाजिक कार्यकर्ता हैं l सामाजिक तथा अन्य विषयों पर उनका लेखन और अनुवाद अनेक मराठी पत्रिकाओं में प्रकाशित हुआ है l

निदा नवाज़ की कविताएँ

कुन्नि पोशपोरा- कश्मीर घाटी के कपवारा ज़िले के दो जुड़वाँ गांव जहां 23 और 24 फ़रवरी 1991 की मध्य-रात्र को 68 ब्रिगेड से संबंधित 4-राजपुताना राइफल्स की एक टुकड़ी द्वारा लगभग एक सौ कश्मीरी लड़कियों/औरतों के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।इनमें 80 साल की एक बूढ़ी औरत और 7 वर्ष की एक छोटी बच्ची भी थी। ३-"--------" इरोम शर्मिला की एक कविता की चन्द पंक्तियाँ।

मां सरस्वती

मां तेरे वात्सल्य का भण्डार यदि कुछ शेष है दे दिया उसको जो तेरे निकट व विशेश है मैं अधम अती नीच पापी फिर भी तेरा...

लक्ष्मीकांत मुकुल

किसान कवि लक्ष्मीकांत मुकुल की कविताएं

हाय वेदना !तू न जाएगी मेरे मन से …. (कविता)

हाय वेदना ! तू ना जाएगी मेरे मन से ? जिस तरह जुड़ी हुई है तू मेरे जीवन से । द्रवित हो जाता है मेरा ही...

भारत की परिस्थिति

समर कहां ' अब तक शेष है , सकल देश ही हलाहल का वेश है । भरा भुवन का अंग कुमकुम और केसर से , मरघट भी...

महामारी के बाद

महामारी के बाद सन्नाटा ही सन्नाटा भूख ही भूख चीत्कार ही चीत्कार महामारी के बाद कुछ ही रहा शेष सब बर्बाद ! जीवन भी गई और गई व्यापारी हाय रे महामारी सब तरफ...

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