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मरघट लाशों से पट गया-प्रियंका पांडेय त्रिपाठी
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kavita- जो कल तक थे अपने, वे लावारिश लाश हो गए। कुछ नदी के किनारे पड़े, तो कुछ नदी में तैर रहे।।
कहां खो गए राम ?: डॉ ० विजयानन्द
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कहां खो गए राम ? आपको खोज रहा रहा हूं।
सुशांत सुप्रिय की कविता
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सुशांत सुप्रिय की कविता
हे पिता ! तुम्हारी बहुत याद आती है … (कविता)
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फ़रवरी 12, 2021
जब जब यह दुनिया , पितृ दिवस मनाती है। जब जब कोई संतान , अपने पिता का सानिध्य पाती है । वो खुशनसीब है संतान , जिनको माता -पिता...
तुम
कुणाल कंठ
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दिसम्बर 26, 2020
ये कविता प्रेमिका के संदर्भ में लिखी गई है को प्रेमी के मन का भाव प्रदर्शित करतीं है
पलायन
Tarun Bhatt
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नवम्बर 29, 2020
उदास बूढ़ी आँखें इन्तजार करती है शहर गये बच्चे लाैटकर नहीं आते। घर जाे कभी जीवित थे यहाँ हाे गये हैं खडंहर उनकी यादाें मे। उजड़े हुए खेत सुन्सान गलियाँ आैर हर आैर पसरा...
औरतों की जिंदगी में अब नही आता बसंत
राजेश्वरी जोशी
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नवम्बर 9, 2020
एक गुमशुदा गाँव
निलेश देशमुख
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अक्टूबर 11, 2020
एक छोटे से गाँव का वर्णन किया गया हैं जो पश्मिमी महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल क्षेत्र हैं। वहा का समुह किस तरह खुश हैं इस पर प्रकाश डाला गया हैं।
“कृषकदेव”, हमारी आन, बान शान
डॉ शशि धनगर
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अक्टूबर 8, 2020
*किसान हमारी आन बान शान इनसे ही है सुरक्षित हिंदुस्तान* (शीर्षक) 'कृषक देव' हम सुरक्षित हैं जब तक तुम्हारा सरमाया है हर विपत्ति में हर मौसम में तुमने ही हमें बचाया है ! विश्व युद्ध काल ने दुनियाँ की आजीविका लूटी थी तुमसे हमारी उम्मीद उस हाल में भी न टूटी थी ! सन 1997 का वो दुर्गम दौर भी हमने देखा था बाहरी चमक दिखावा था बस नज़र का धोखा था ! दहाड़ते एशियाई शेर सभी मुँह के बल गिरे थे सब एक सरताज के आगे हाथ जोड़े खड़े थे ! तब तुमने हमें बचाया था तुमने ही पार लगाया था। इस कोरोना काल में जो दुरूह विपत्ति आयी है तुमने ही हम सबकी कश्ती फिर से पार लगाई है! जी-तोड़ मेहनत करके तुम पेट हमारा भरते हो कपास उगाकर खेतों में तुम तन को हमारे ढकते हो! अपने बेटों को देश पर निसंकोच न्यौछावर किया हमें सुरक्षित रखने को दुश्मनों की फ़ौज से लड़ते हो! अच्छी फसल हमें सौंपकर जो बचे वही खुद खाते हो ! हमें पूरी कपास देकर ख़ुद फटेहाल रह जाते हो ! तुम्हारी ताकत और हिम्मत को तहे दिल से नमन है कैसे बेटों के बलिदान पर चुपचाप अश्रु बहाते हो ! तुम थाती हो, सम्पति हो और गर्व हो हिंदुस्तान का पीढ़ियाँ शुक्र करेंगीं हरदम तुम्हारे हर बलिदान का !! ©'शशि' सर्वाधिकार सुरक्षित #जयकिसान #जयजवान #अनाजमंडी #देशभक्ति #सैनिक #देशप्रेम #हिंदुस्तान #सुरक्षितभारत
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