इंशाअल्ला खाँ |
रानी केतकी की कहानी |
राजा शिवप्रसाद ‘सितारे-हिंद’ |
राजा भोज का सपना |
भारतेंदु |
अदभुत अपूर्व सपना |
राजा बाला घोष (बंगमहिला) |
दुलाईवाली |
किशोरीलाल गोस्वामी |
इंदुमती, गुलबहार |
माधवप्रसाद मिश्र |
मन की चंचलता |
भगवानदीन |
प्लेग की चुड़ैल |
रामचंद्र शुक्ल |
ग्यारह वर्ष का समय |
राधिकारमण प्रसाद सिंह |
कानों में कंगना |
चंद्रधारी शर्मा गुलेरी |
सुखमय जीवन, बुद्धू का काँटा, उसने कहा था |
वृंदावनलाल वर्मा |
राखीबंद भाई |
विश्वंभरनाथ शर्मा ‘कौशिक’ |
रक्षाबंधन, ताई, चित्रशाला (दो भाग), गल्प मंदिर, मंगली, प्रेम प्रतिमा, कल्लोल, मणिमाला |
मुंशी प्रेमचंद |
पंचपरमेश्वर, सौत, बेटों वाली विधवा, सज्जनता का दण्ड, ईश्वरीय न्याय, रानी सारंधा, आत्माराम, बूढी काकी, ईदगाह, पूस की रात, शतरंज के खिलाड़ी, कजाकी, अलग्योझा, तावान, ठाकुर का कुआँ, कफन; सप्त सरोज (कहानी-संग्रह), मान सरोवर-8 भागों में (कहानी-संग्रह) |
जयशंकर प्रसाद |
ग्राम, छाया (कहानी-संग्रह), इंद्रजाल, आकाशदीप, आँधी, सुनहरा साँप, सालवती, मधुवा, गुंडा, पुरस्कार, चूड़ी वाली नीरा, प्रतिध्वनि, देवरथ |
सुदर्शन |
सुदर्शन सुधा, तीर्थयात्रा, पुष्पलता, गल्पमंजरी, पनघट, हार की जीत, कवि की स्त्री |
चतुरसेन शास्त्री |
दुखवा मैं कासों कहूँ मोरी सजनी, अंबपालिका, भिक्षुराज, हल्दीघाटी में, बाणवधू |
पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ |
चिनगारियाँ, शैतान मंडली, इंद्रधनुष, बलात्कार, चाकलेट, दोजख की आग, निर्लज्जा, जब सारा आलम सोता है |
जैनेंद्र |
हत्या, खेल, अपना-अपना भाग्य, जय संधि, बाहुबली, वातायन, नीलम देश की राजकन्या, दो चिड़ियाँ, ध्रुवयात्रा, पाजेब, एक दिन, राजीव और भाभी |
‘अज्ञेय’ |
विपथगा, त्रिपथगा, परंपरा, कोठरी की बात, शरणार्थी, जयदोल, अमर वल्लरी, ये तेरे प्रतिरूप, रोज, पठार का धीरज, सिगनेलर, रेल की सीटी, कविप्रिया, मैना, हरसिंगार |
‘निराला’ |
लिली, सुकुल की बीवी, श्रीमती गजानंद देवी, चतुरी चमार, पद्मा |
पंत |
पानवाला |
राहुल सांकृत्यायन |
सतमी के बच्चे |
सुभद्रा कुमारी चौहान |
बिखरे मोती, उन्मादिनी, पापी पेट |
भगवती चरण वर्मा |
इंस्टालमेंट, दो बाँके, उत्तमी की माँ, प्रायश्चित, मुगलों ने सल्तनत बख्श दी, वो दुनिया |
‘अश्क’ |
मुक्त, देशभक्त, डाची, कांगड़ा का तेली, आकाशचारी, टेबुल लैंड |
भुवनेश्वर |
सूर्यपूजा, भेड़िए |
‘मुक्तिबोध’ |
काठ का सपना |
इलाचंद्र जोशी |
आहुति, धन का अभिशाप, एकांकी चोर, कापलिक, प्रथम कहानी, दिवाली, चरणों की दासी मैं, खँडहर की आत्माएँ, डायरी के नीरस पृष्ठ, आहुति और दिवाली |
यशपाल |
मक्रील, कुत्ते की पूँछ, फूलों का कुर्ता, पराया सुख, भस्मावृत चिनगारी, पाप का कीचड़, ज्ञानदान, तुमने क्यों कहा कि मैं सुंदर हूँ, पिंजरे की उड़ान |
विष्णु प्रभाकर |
धरती अब भी घूम रही है, संघर्ष के बाद |
‘रेणु’ |
ठुमरी, आदिम रात्रि की महक, तीसरी कसम, विघटन के क्षण, तीन बिंदिया |
मोहन राकेश |
मलबे का मालिक, एक और जिंदगी, जानवर और जानवर, परमात्मा का कुत्ता, खोया हुआ शहर, आर्द्रा, वासना की छाया में, फौलाद का आकाश, रोयें-रेशे |
भीष्म साहनी |
चीफ की दावत, मौकापरस्त, खून का रिश्ता, वाँग चू, पटरियाँ, भटकती राख |
हरिशंकर परसाई |
भोलेराम का जीव, निठल्ले की डायरी, एक फरिश्ते की कथा |
शिवप्रसाद सिंह |
आरपार की माला, मुर्दा सराय, इन्हें भी इंतजार है, कर्मनाशा की हार |
निर्मल वर्मा |
परिंदे, लवर्स, लंदन की एक रात, डेढ़ इंच ऊपर, कुत्ते की मौत, अँधेरे में, जलती झाड़ी, माया-दर्पण, धूप का एक टुकड़ा, पोस्टकार्ड, बीच बहस में |
कमलेश्वर |
राजा निरबंसिया, युद्ध, एक अश्लील कहानी, नीली झील, जार्ज पंचम की नाक, देवा की माँ, मांस का दरिया, बयान जो लिखा नहीं जाता, एक रुकी हुई जिंदगी |
कमल जोशी |
शीराजी, पत्थर की आँखें |
राजेंद्र यादव |
जहाँ लक्ष्मी कैद है, प्रतीक्षा, छोटे-छोटे ताजमहल, एक दुनिया समानांतर, लहरें और परछाइयाँ, टूटना तथा अन्य कहानियाँ, एक कमजोर लड़की की कहानी, अभिमन्यु की आत्मकथा |
शेखर जोशी |
कोसी का घटवार, बदबू, दाज्यू |
अमरकांत |
जिंदगी और जोंक, डिप्टी कलेक्टरी |
मार्कण्डेय |
गुलरा के बाबा, हंसा जाई अकेला, महुए का पेड़, सेमल का फूल, साबुन |
धर्मवीर भारती |
गुलकी बन्नो, सावित्री नं० 2, बंद गली का आखिरी मकान, चाँद और टूटे हुए लोग, मुर्दों का गाँव |
नरेश मेहता |
निशा जी, तथापि, एक समर्पित महिला |
सर्वेश्वर |
पागल कुत्तों का मसीहा, अँधेरे पर अँधेरा |
मन्नू भंडारी |
मैं हार गई, तीन निगाहों की एक तस्वीर, यही सच है, एक प्लेट पुलाव, रानी माँ का चबूतरा, गीत का चुंबन |
उषा प्रियंवदा |
जिंदगी और गुलाब के फूल, चाँदनी में बर्फ पर, मछलियाँ, कितना बड़ा झूठ, एक कोई दूसरा, वापसी |
कृष्णा सोबती |
यारों के यार, बादलों के घेरे, तिन पहाड़, ऐ लड़की |
ज्ञानरंजन |
बहिगर्मन, घंटा, पिता, फेंस के इधर और उधर |
गंगाप्रसाद ‘विमल’ |
एक और विदाई, प्रश्नचिह्न |
ज्ञानप्रकाश |
अँधेरे के सिलसिले |
महेंद्र भल्ला |
एक पति के नोट्स, तीन-चार दिन |
काशीनाथ सिंह |
चायघर में मृत्यु, चोट, हस्तक्षेप |
मंजुल भगत |
सफेद कौआ |
गिरिराज किशोर |
गाउन, पेपरवेट, चिड़ियाघर, अलग-अलग कद के दो आदमी, फ्राक वाला घोड़ा |
उदय प्रकाश |
दरियाई घोड़ा, तिरीछ, और अंत में प्रार्थना, पॉल गोमरा का स्कूटर, दत्तात्रेय का दुःख, अरेबा-परेबा, मैंगोसिल; मोहनदास; पीली छतरी वाली लड़की, वारेन हेस्टिंग्स का सांड़ |