हिंदी के प्रमुख उपन्यास एवं उपन्यासकर

    0
    65

    उपन्यास

    उपन्यासकार उपन्यास
    श्रद्धाराम फिल्लौरी भाग्यवती
    लाला श्रीनिवासदास परीक्षागुरू
    बालकृष्ण भट्ट नूतन ब्रह्मचारी, सौ अजान एक सुजान
    भारतेंदु हरिश्चंद्र पूर्ण प्रकाश, चंद्रप्रभा
    देवकीनंदन खत्री चंद्रकांता, नरेंद्रमोहिनी, वीरेंद्रवीर अथवा कटोरा भर खून, कुसुमकुमारी, चंद्रकांता संतति, भूतनाथ
    मेहता लज्जाराम शर्मा धूर्त रसिकलाल, स्वतंत्र रमा और परतंत्र लक्ष्मी, हिंदू गृहस्थ, आदर्श दम्पति, सुशीला विधवा, आदर्श हिंदू
    किशोरीलाल गोस्वामी प्रणयिनी-परिणय, त्रिवेणी, लवंगलता, लीलावती, तारा, चपला, मल्लिकादेवी वा बंगसरोजिनी अँगूठी का नगीना, लखनऊ की कब्रा वा शाही महलसरा
    गोपालराय गहमरी अदभुत लाश, अदभुत खून, खूनी कौन
    ‘हरिऔध’ ठेठ हिंदी का ठाठ, अधखिला फूल
    जनमोहन सिंह श्यामा स्वप्न
    पंडित गौरीदत्त देवरानी-जेठानी की कहानी
    सियारामशरण गुप्त गोद, नारी, अंतिम आकांक्षा
    शिवपूजन सहाय देहाती दुनिया
    ऋषभचरण जैन दिल्ली का कलंक, दिल्ली का व्यभिचार, वेश्यायुग, रहस्यमयी
    भवानीप्रसाद पतिता की साधना, चंदन और पानी, त्यागमयी
    प्रेमचंद प्रेमा, सेवासदन, वरदान, प्रेमाश्रम, कायाकल्प, रंगभूमि, निर्मला, प्रतिज्ञा, गबन, कर्मभूमि, गोदान, मंगलसूत्र (अपूर्ण)
    जयशंकर प्रसाद कंकाल, तितली, इरावती (अधूरा)
    ‘निराला’ अप्सरा, अलका, प्रभावती, निरूपमा, चोटी की पकड़, काले कारनामे
    पंत हार
    राधिकारमण प्रसाद सिंह राम-रहीम
    इलाचंद्र जोशी पर्दे की रानी, घृणामयी, सन्यासी, प्रेत और छाया, मुक्तिपथ, जिप्सी, जहाज का पंछी, ऋतुचक्र, सुबह के भूले, भूत का भविष्य
    जैनेंद्र परख, त्यागपत्र, कल्याणी, सुनीता, सुखदा, मुक्तिबोध
    यशपाल दिव्या, अमिता, झूठा-सच (दो भाग), दादा कामरेड, मनुष्य के रूप, मेरी तेरी उसकी बात, बारह घंटे
    ‘अश्क’ गिरती दीवारें, शहर में घूमता आइना, सितारों का खेल, बड़ी-बड़ी आँखें, गरम राख, एक नन्ही कंदील, पत्थर-अल-पत्थर
    अमृतलाल नागर सुहाग के नूपुर, शतरंज के मोहरे, करवट, नाच्यौ बहुत गोपाल, अमृत और विष, बूँद और समुद्र, मानस का हंस, नवाबी मसनद, सेठ बाँकेमल, बिखरे तिनके, महाकाल, भूख, एकदा नैमिषारण्ये, खंजन नयन, करवट
    उदयशंकर भट्ट सागर लहरें और मनुष्य, डॉ० शेफाली, शेष-अशेष, लोक-परलोक, नए मोड़, एक नीड़ दो पंछी, दो अध्याय
    भगवतीचरण वर्मा चित्रलेखा, सबहिं नचावत राम गोसाई, तीन वर्ष, भूले बिसरे चित्र, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, सीधी-सच्ची बातें, सामर्थ्य और सीमा, आखिरी दाँव
    वृंदावनलाल वर्मा मृगनयनी, झाँसी की रानी, गढ़ कुण्डार, विराटा की पद्यिनी, अहिल्याबाई
    आचार्य चतुरसेन शास्त्री वैशाली की नगरवधू, धर्मयुग, अपराजिता, नरमेध, मंदिर की नर्तकी, हृदय की परख, हृदय की प्यास, वयं रक्षामः, आत्मदाह
    राहुल सांकृत्यायन सिंह सेनापति, जय यौधेय, वोल्गा से गंगा तक, किन्नरों के देश में, शैतान की आँखें, मधुर स्वप्न
    हजारी प्रसाद द्विवेदी बाणभट्ट की आत्मकथा, अनामदास का पोथा, चारुचंद्रलेख, पुनर्नवा
    ‘उग्र’ दिल्ली का दलाल, चाकलेट, बुधुआ की बेटी, शराबी, चंद हसीनों के खतूत, फागुन के दिन चार
    रांगेय राघव मुर्दो का टीला, कब तक पुकारूँ, मेरी भवबाधा हरो, विषादमय, लखिमा की आँखें, देवकी का बेटा, यशोधरा जीत गई, अँधेरे के जुगनू
    ‘रेणु’ मैला आँचल, जुलूस, कितने चौराहे, परती परिकथा, पल्टू बाबू रोड (मरणोपरांत प्रकाशित)
    नागार्जुन बलचनमा, रतिनाथ की चाची, नई पौध, उग्रतारा, बाबा बटेसरनाथ, वरुण के बेटे, दुखमोचन, कुंभीपाक
    राजेंद्र यादव सारा आकाश, उखड़े हुए लोग, शह और मात, मंत्रबिद्ध, अनदेखे अनजान पुल
    धर्मवीर भारती गुनाहों का देवता, सूरज का सातवाँ घोड़ा
    ‘अज्ञेय’ शेखर एक जीवनी, नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी
    ‘मुक्तिबोध’ विपात्र
    डॉ० द्वारका प्रसाद घेरे के बाहर, मम्मी बिगड़ेगी
    विष्णु प्रभाकर निशिकांत, तट के बंधन, अर्द्धनारीश्वर, स्वप्नमयी
    नरेश मेहता प्रथम फाल्गुन, डूबते मस्तूल, धूमकेतु, नदी यशस्वी है, यह पथबंधु था, उत्तरकथा
    रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ चढ़ती धूप, नयी इमारत, उल्का, मरुप्रदीप
    कमलेश्वर एक सड़क 57 गलियाँ, लौटे हुए मुसाफिर, डाक बँगला, काली आँधी, समुद्र में खोया हुआ आदमी, सुबह दोपहर शाम, तीसरा आदमी, एक और चन्द्रकान्ता, कितने पाकिस्तान
    प्रभाकर माचवे परंतु, साया, द्वाभा, दर्द के पैवंद
    मोहन राकेश अँधेरे बंद कमरे, न आने वाला कल, नीली बाँहों की रोशनी में, काँपता हुआ दरिया, कई एक अकेले, अंतराल
    निर्मल वर्मा वे दिन, लाल टीन की छत, रात का रिपोर्टर, एक चिथड़ा सुख, अंतिम अरण्य
    मन्नू भंडारी महाभोज, आपका बंटी, एक इंच मुसकान (सहयोगी लेखक राजेंद्र यादव)
    मार्कण्डेय सेमल का फूल
    उषा प्रियंवदा पचपन खम्भे लाल दीवारें, रुकोगी नहीं राधिका
    सर्वेश्वर सोया हुआ जल, पागल कुत्तों का मसीहा, अँधेरे पर अँधेरा, उड़ते हुए रंग
    भीष्म साहनी तमस, झरोखे, कड़ियाँ, बसंती, मय्यादास की माड़ी
    शरतचंद्र देवदास, श्रीकांत, चरित्रहीन, गृहदाह, परिणीता, पथ के दावेदार
    नरेंद्र कोहली दीक्षा, अवसर, युद्ध की ओर, अभिज्ञान
    शानी काला जल, साँप और सीढ़ी, नदियाँ और सीपियाँ
    राही मासूम रजा आधा गाँव, सीन-75, असंतोष के दिन, ओस की बूँद, नीम का पेड़, कटरा बी आर्जू
    श्रीलाल शुक्ल राग दरबारी, सीमाएँ टूटती हैं आदमी का जहर, अज्ञातवास
    हरिशंकर परसाई रानी नागमती की कहानी,तट की खोज
    लक्ष्मीकांत वर्मा टेराकोटा, खाली कुर्सी की आत्मा, एक कटा हुआ कागज, कोयल और आवृत्तियाँ
    श्रीकांत वर्मा दूसरी बार
    राजकमल चौधरी मछली मरी हुई, एक अनार एक बीमार, शहर था- शहर नहीं था
    लक्ष्मी नारायण लाल बड़ी चंपा छोटी चंपा, मन वृंदावन, काले फूले का पौधा, हरा समंदर-गोपी चंदर, धरती की आँखें, रूपाजीवा, प्रेम अपवित्र नदी
    मनोहर श्याम जोशी कुरु-कुरु स्वाहा, कसप, नेता जी कहिन, क्या
    देवराज पथ की खोज, अजय की डायरी, मैं, वे और आप, रोड़े और पत्थर
    कृष्णा सोबती सूरजमुखी अँधेरे के, जिंदगीनामा, हम हशमत, मित्रो मरजानी, यारों के यार, डार से बिछुड़ी, दिलो दानिश
    महेंद्र भल्ला एक पति के नोट्स
    गिरिराज किशोर यथा प्रस्तावित, ढाई घर, चिड़ियाघर, साहब, मात्राएँ
    मणि मघुकर सफेद मेमने, मेरी स्त्रियाँ, खुले हुए दरीचे
    मंजुल भगत अनारो, लेडी क्लब
    दुष्यंत कुमार छोटे-छोटे सवाल, दोहरी जिंदगी, आँगन में एक वृक्ष
    शैलेश मटियानी सर्पगंधा, मुठभेड़, आकाश कितना अनंत है, डेरेवाले, बावन नदियों का संगम, चंद औरतों का शहर, किस्सा नर्मदा बेन गंगूबाई, बोरीबली से बोरीबंदर तक, उगते सूरज की किरण
    भैरव प्रसाद गुप्त गंगा मैया, सत्ती मैया का चौरा
    शिवप्रसाद सिंह ‘रुद्र’ बहती गंगा, अलग-अलग वैतरणी
    देवेंद्र सत्यार्थी रथ के पहिए, कठपुतली, दूधगाछ, ब्रह्मपुत्र
    विमल मित्र हम चाकर रघुनाथ के, कैसे-कैसे सच, मन क्यों उदास है, मुजरिम हाजिर
    जगदंबा प्रसाद दीक्षित मुर्दाधर
    रघुवंश अर्थहीन
    बदी उज्जमां एक चूहे की मौत, सभापर्व, छाको की वापसी