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उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रयागराज

हिन्दी विषय पाठ्यक्रम एवं अध्ययन सामाग्री

यहाँ उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रयागराज द्वारा आयोजित हिन्दी विषय में सहायक प्रोफेसर नियुक्ति हेतु लिखित परीक्षा का सम्पूर्ण पाठ्यक्रम, उनमें शामिल रचनाएँ एवं संबधित महत्वपूर्ण सामग्री एक जगह प्राप्त कर सकते हैं। सम्पूर्ण पाठ्यक्रम को मूल रूप में ही रखा गया है। पाठ्यक्रम में शामिल विषय एवं रचनाओं पर क्लिक करने पर आप उसकी पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं साथ ही उसे पढ़ सकते हैं। सामग्री का संकलन विभिन्न मंचों के माध्यम से किया गया है।

नोट: आसमानी रंग वाली पंक्तियों पर क्लिक करके आप सहायक सामग्री प्राप्त करें।

1. हिंदी भाषा का इतिहास :

हिंदी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि :-

2. नागरी लिपि का इतिहास विकास :

  • नागरी लिपि का उद्भव और विकास,
  • नागरी लिपि की विशेषताएं एवं मानकीकरण,
  • कंप्यूटर और देवनागरी लिपि से संबंधित सुविधाएँ एवं सॉफ्टवेयर
  • यूनिकोड

3. हिन्दी विस्तारीकरण के वैयक्तिक एवं संस्थागत प्रयास :

  • स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी का विकास,
  • हिंदी प्रसार के आंदोतन, प्रमुख व्यक्तियों एवं संस्थाओं का योगदान,
  • हिंदी से संबंधित सरकारी संस्थाएँ एवं विभाग,
  • सम्मान,
  • पुरस्कार
  • पत्र पत्रिकाएँ
  • हिंदी के जनमाध्यम
  • हिंदी पोर्टल एवं वेबपटल

4. हिंदी साहित्य का इतिहास :

5. हिंदी साहित्य की गद्य विधाएँ :

6. साहित्यशास्त्र और आलोचना :

7. हिंदी आलोचना के पारिभाषिक शब्द और कतिपय अवधारणाएँ :

  • काव्यभाषा, बिंब, मिथक, कल्पना, फैंतेसी, निजंधरी कथा, कविसमय, काव्यरूढ़ि
  • प्रतिभा, व्युत्पत्ति, अभ्यास, अनुभूति अप्रस्तुत योजना, संकेतग्रह, बिम्बग्रहण, आनंद की साधनावस्था और सिद्धावस्था, शीलदशा, भावदशा, ल्रोकमंगल, प्रत्यक्ष रूपविधान, स्मृत रूपविधान, कल्पित रूपविधान, भाव एवं मनोविकार, ज्ञानात्मक संवेदना और संवेदनात्मक ज्ञान, लाक्षणिक मूर्तिमत्ता, उपचार वक्रता, आदर्शोन्मुख यथार्थ, विरुद्धों का सामंजस्य, लघु मानव, मानोमयकोश, आलंबनत्व धर्म, अनुभूति, कल्पना, चेतना प्रवाह, रूप, कथ्य, सहदय,
  • विडंबना(आयरोनी), अजनबीपन(एलियनेशन), विसंगति (एब्सर्ड), अंतर्विरोध(पैराडॉक्स), संत्रास, विरोधाभास, विपथन उत्तरआधुनिकता, मार्क्सवाद, मनोविश्लेषणवाद, अस्तित्ववाद, यथार्थवाद, आदर्शवाद, अतियथार्थवाद, मानववाद, प्रभाववाद, आधुनिकतावाद, संरचनावाद, रूपवाद, अस्मितामूलक विमर्श (दल्नित, स्त्री, आदिवासी, थर्ड जेंडर)
  • पुनर्जागरण, गांधीवाद, अंबेडकर दर्शन, लोहिया दर्शन, एकात्म मानववाद, सांस्कृतिक आलोचना
  • हिंदी के प्रमुख आलोचक और उनकी आलोचनात्मक स्थापनाएँ
  • प्रमुख रचनाकार और रचनाएँ

8. हिंदी काव्य :

9. कथा साहित्य :

  • हिंदी उपन्यास :
  • प्रेमचंद – गोदान
  • चतुरसेन शास्त्री – वयम रक्षाम:
  • वृंदावनल्लाल वर्मा – विराटा की पद्मिनी
  • हज़ारी प्रसाद द्विवेदी – पुनर्नवा
  • सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अजेय: नदी के द्वीप
  • फणीश्वरनाथ रेणु – मैला आंचल
  • भगवती चरण वर्मा – भूल्ले बिसरे चित्र
  • शिव प्रसाद सिंह – नीला चाँद
  • अमृतलाल नागर – मानस का हंस
  • यशपात्र – झूठा सच
  • श्रीलाल शुक्ल – राग दरबारी
  • भीष्म साहनी: वसंती
  • मन्नू भंडारी – आपका बंटी
  • कहानी :
  • प्रेमचंद – दुनिया का अनमोल्र रतन, कफन
  • राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह – कानों में कंगना
  • विश्वम्भरनाथ शर्मा ‘कौशिक’ – ताई
  • चन्द्रधर शर्मा गुलेरी – उसने कहा था
  • जयशंकर प्रसाद – आकाशदीप
  • जैनेन्द्र – पत्नी
  • फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ – लालपान पान की बेगम, रसप्रिया
  • सच्चिदानन्द वात्स्यायन अजेय – रोज, शरणदाता
  • भीष्म साहनी – चीफ की दावत
  • उषा प्रियंवदा – वापसी
  • निर्मल वर्मा – परिंदे
  • कमलेश्वर – दिल्‍ली में एक मौत
  • राजेन्द्र यादव – जहाँ लक्ष्मी कैद है
  • मोहन राकेश – मलबे का मालिक
  • हिंदी नाटक :
  • भारतेंदु हरिश्चंद्र – अंधेरी नगरी
  • जयशंकर प्रसाद – चंद्रगुप्त
  • धर्मवीर भारती – अंधा युग
  • लक्ष्मीनारायण ताल – सिंदूर की होली
  • मोहन राकेश – आषाढ़ का एक दिन
  • उपेंद्रनाथ “अश्क’ – अंजो दीदी

10. कथेतर गदय विधाएँ :

  • हिंदी निबंध :
  • भारतेंदु हरिश्चंद्र – भारतवर्षोननति कैसे हो सकती है, वैष्णतता और भारतवर्ष
  • प्रताप नारायण मिश्र- आप, धोखा
  • बालकृष्ण अट्ट- साहित्य जन समूह के हृदय का विकास है
  • बालमुकुंद गुप्त – शिव शंभू के चिट्‌ठे
  • चंद्रधर शर्मा गुलेरी – धर्म और समाज
  • महावीर प्रसाद द्विवेदी – कवि कर्तव्य
  • सरदार पूर्ण सिंह – आचरण की सभ्यता
  • रामचन्द्र शुक्त्र – श्रद्धा और भक्ति
  • जीवनी :
  • विष्णु प्रभाकर – आवारा मसीहा
  • संस्मरण :
  • विष्णुकान्त शास्त्री – सुधियाँ उस चन्दन के वन की
  • यात्रा साहित्य :
  • निर्मल वर्मा – चीड़ों पर चांदनी
  • रेखाचित्र :
  • महादेवी वर्मा – मेरा परिवार
  • रिपोतार्ज :
  • फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ – ऋणजल धनजल
  • डायरी :
  • रमेशचन्द्र शाह – अकेला मेला
  • साक्षात्कार :
  • बनारसीदास चतुर्वेदी – प्रेमचंद के साथ दो दिन
  • पत्र साहित्य :
  • जानकी वल्लभ शास्त्री – निराला के पत्र
  • अमृत राय – चिट्‌ठी पत्री

पाठ्यक्रम से संबधित अन्य महत्वपूर्ण सामग्री

हिंदी साहित्य का आदिकाल- हजारी प्रसाद द्विवेदी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना

हिंदी साहित्य की भूमिका: हजारीप्रसाद द्विवेदी

हिंदी साहित्य का इतिहास, रामचन्द्र शुक्ल, नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणासी

साहित्य का इतिहास दर्शन: नलिन विलोचन शर्मा

हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास: रामकुमार वर्मा

हिंदी साहित्य का अतीत (भाग 1, 2): विश्वनाथ प्रसाद मिश्र

हिंदी साहित्य का इतिहास: पूरनचंद टंडन, विनीता कुमारी

रीतिकाव्य की भूमिका- डॉ. नगेन्द्र, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली

अप्रभ्रंश साहित्य: हरिवंश कोछड़

भाषा विज्ञान की भूमिका -देवेन्द्रनाथ शर्मा, राधाकृष्ण, दिल्ली

भाषा विज्ञान- भोलानाथ तिवारी, किताब महल, इलाहाबाद

सूरदास- भ्रमरगीत- संपादक रामचन्द्र शुक्ल,

जायसी- नागमती वियोग खंड

विद्यापति- विद्यापति की पदावली, संपा. रामवृक्ष बेनापुरी

पृथ्वीराज रासो (कयमास वध: कथासार), चंदरवरदायी

हिंदी साहित्य के इतिहास पर कुछ नोट्स: रसाल सिंह

पृथ्वीराज रासो: (सं) माता प्रसाद गुप्त

विद्यापति की पदावली: (सं) रामवृक्ष बेनीपुरी

जायसी-ग्रंथावली: रामचन्द्र शुक्ल (सं.)

भ्रमरगीतसार: रामचन्द्र शुक्ल (सं.)

विनय पत्रिका: (सं.) वियोगी हरि

गोस्वामी तुलसीदास: रामचंद्र शुक्ल

तुलसी आधुनिक वातायन से: रमेश कुंतल मेघ

लोकवादी तुलसीदास: विश्वनाथ त्रिपाठी

तुलसी काव्य-मीमांसा: उदयभानु सिंह

नाथ संप्रदाय: हजारीप्रसाद द्विवेदी

हिंदी के विकास मे अपभ्रंश का योग: नामवर सिंह

पृथ्वीराज रासो की भाषा: नामवर सिंह

प्राकृत-अपभ्रंश साहित्य और उसका हिंदी पर प्रभाव: राम सिंह तोमर

सिद्ध-साहित्य: धर्मवीर भारती

विद्यापति: शिव प्रसाद सिंह

गोरखनाथ और उनका युग: रांगेय राघव

गोस्वामी तुलसीदास: रामचंद्र शुक्ल

तुलसी आधुनिक वातायन से: रमेश कुंतल मेघ

लोकवादी तुलसीदास: विश्वनाथ त्रिपाठी

तुलसी काव्य-मीमांसा: उदयभानु सिंह

सूरदास: रामचन्द्र शुक्ल

सूर साहित्य: हजारी प्रसाद द्विवेदी

महाकवि सूरदास: नंद दुलारे वाजपेयी

सूर और उनका साहित्य: हरवंशलाल शर्मा

सूरदास: ब्रजेश्वर वर्मा

कबीर: हजारी प्रसाद द्विवेदी

कबीर की विचारधरा: गोविंद त्रिगुणायत

कबीर साहित्य की परख: परशुराम चतुर्वेदी

त्रिवेणी: रामचन्द्र शुक्ल

जायसी: विजयदेव नारायण साही

अनामिका: निराला (राम की शक्तिपूजा, सरोजस्मृति)

तारापथ: सुमित्रानंदन पंत (बादल, भावी पत्नी के प्रति, नौका विहार, अनामिका के कवि के प्रति, आः धरती कितना देती है)

दीपशिक्षा: महादेवी (पंथ होने दो अपरिचित, सब बुझे दीपक जला लूँ, जब यह दीप थके तब आना, यह मंदिर का दीप, जो न प्रिय पहचान पाती, मोम सा तन घुल चुका, सब आँखों के आँसू उजले, मैं पलकों में पाल रही हूँ, पूछता क्यों शेष कितनी रात, अलि मैं कण कण को जान चली)

जयशंकर प्रसाद – नंददुलारे वाजपेयी, भारती भंडार, इलाहाबाद

कामायनी – एक पुनर्विचार – मुक्तिबोध, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली

निराला की साहित्य साधना खंड 1, निराला की साहित्य साधना खंड – 2, निराला की साहित्य साधना खंड 3

महादेवी वर्मा: जगदीश गुप्त, नई दिल्ली, 1994
चिंतामणि (भाग एक): रामचंद्र शुक्ल (केवल छह निबंध – भाव या मनोविकार, करुणा, लोभ और प्रीति, कविता क्या है, लोकमंगल की साधनावस्था, रसात्मक बोध के विविध रूप)

अशोक के फूल: हजारी प्रसाद द्विवेदी (केवल छह निबंध – बसंत आ गया है, अशोक के फूल, भारतीय संस्कृति की देन, भारतवर्ष की सांस्कृतिक समस्या, साहित्यकार का दायित्व, मनुष्य ही साहित्य का लक्ष्य है)।

[नोट: अन्य सामग्री को भी शीघ्र ही साझा किया जाएगा। मंच से जुड़े रहें ताकि परीक्षा से संबधित अन्य सामग्री भी आपको मिल सके। यदि आप अपने मंच को विश्वहिंदीजन से जोड़ना चाहते हैं तो कमेन्ट बॉक्स में लिंक एवं परिचय दें ]