सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का परिचय

Suryakant Tripathi 1976 stamp of India 1

सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेष रुप से कविता के कारण ही है।अपने समकालीन अन्य कवियों से अलग उन्होंने कविता में कल्पना का सहारा बहुत कम लिया है और यथार्थ को प्रमुखता से चित्रित किया है। वे हिन्दी में मुक्तछन्द के प्रवर्तक भी माने जाते हैं। १९३० में प्रकाशित अपने काव्य संग्रह परिमल की भूमिका में उन्होंने लिखा है- मनुष्यों की मुक्ति की तरह कविता की भी मुक्ति होती है। मनुष्यों की मुक्ति कर्म के बंधन से छुटकारा पाना है और कविता की मुक्ति छन्दों के शासन से अलग हो जाना है। जिस तरह मुक्त मनुष्य कभी किसी तरह दूसरों के प्रतिकूल आचरण नहीं करता, उसके तमाम कार्य औरों को प्रसन्न करने के लिए होते हैं फिर भी स्वतंत्र। इसी तरह कविता का भी हाल है।

निराला ने १९२० ई॰ के आसपास से लेखन कार्य आरंभ किया। उनकी पहली रचना ‘जन्मभूमि’ पर लिखा गया एक गीत था। लंबे समय तक निराला की प्रथम रचना के रूप में प्रसिद्ध ‘जूही की कली’ शीर्षक कविता, जिसका रचनाकाल निराला ने स्वयं १९१६ ई॰ बतलाया था, वस्तुतः १९२१ ई॰ के आसपास लिखी गयी थी तथा १९२२ ई॰ में पहली बार प्रकाशित हुई थी। कविता के अतिरिक्त कथासाहित्य तथा गद्य की अन्य विधाओं में भी निराला ने प्रभूत मात्रा में लिखा है।[1]


[1] परिचय स्रोत: विकिपीडिया

निराला का रचना संसार

क्रमरचना का नामप्रकाशन वर्ष
काव्य संग्रह
1अनामिका1923
2परिमल1930
3गीतिका1936
4द्वितीय अनामिका1938
5तुलसीदास (प्रबन्ध काव्य)1938
6कुकुरमुत्ता1941
7अणिमा1943
8बेला (1943)1943
9नये पत्ते1946
10अर्चना1950
11आराधना1953
12गीत कुंज1958
13सांध्य काकली1954 से 1958 तक की कविताएं
14जन्मभूमि 
15अपरा1948
16दो शरण 
17रागविराग 
लम्बी रचनाएँ
1. राम की शक्ति पूजा1936
2. सरोज स्मृति 
3. बादल राग1920
4. तुलसीदास (प्रबन्ध काव्य)1939
उपन्यास
1. अप्सरा1931
2. अलका1933
3. निरुपमा1936
4. प्रभावती1936
5. चमेली1941
6. चोटी की पकड़1944
7. काले कारनामे1950
8. उच्छृंखलता 
9. दीवानों की हस्ती 
कहानी संग्रह
1. शुकुल की बीवी1941
2. सखी1945
3. लिली1933
4. चतुरी चमार1945
5. देवी1948
निबन्ध-संग्रह
1.प्रबन्ध पदम् (दो भाग)1934
2. प्रबन्ध प्रतिमा1940
3. चाबुक1951
4. चयन1957
5.संग्रह1963
6. बाहर-भीतर 
7. हमारा समाज से दो बातें 
8. गांधीजी से बातचीत 
9. नेहरूजी 
संस्मरण/कथात्मक रेखाचित्र
1.कुल्ली भाट1939
2. बिल्लेसुर बकरिहा1941
आलोचना
1. रवींद्र कविता कानन1928
2. पन्तजी और पल्लव1949
3. ‘हिन्दी-बंग्ला का तुलनात्मक व्याकरण’ ‘सरस्वती’ में प्रकाशित1916
4.पुराण कथा 
5.महाभारत 
अनुवाद
1.आनन्द मठ 
2. विश्व-विकर्ष 
3. कृष्ण कान्त का विल 
4. कपाल कुण्डला 
5. दुर्गेश नन्दिनी 
6. राज सिंह 
7. राज रानी 
8. देवी चौधरानी 
9. युगलंगुलिया 
10. चन्द्रशेखर 
11. रजनी 
12. श्री रामकृष्णा वचनामृत 
13. भारत में विवेकानन्द 
14. राजयोग। 
15.आनन्द मठ 
निराला की साहित्यिक साधना
निराला की साहित्यिक साधना भाग एक
निराला की साहित्यिक साधना भाग दो
निराला रचनावली
निराला रचनावली भाग- 1
निराला रचनावली भाग- 2
निराला रचनावली भाग- 3
निराला रचनावली भाग- 4
निराला रचनावली भाग- 5
निराला रचनावली भाग- 6
निराला रचनावली भाग- 7
निराला रचनावली भाग- 8

निराला की रचनाओं पर आधारित आलोचनात्मक पुस्तकें

क्रमपुस्तकआलोचक
1क्रान्तिकारी कवि ‘निराला’बच्चन सिंह
2निराला की साहित्य-साधना (3 खंड)रामविलास शर्मा
3कवि निरालानंददुलारे वाजपेयी
4निराला नवमूल्यांकनत्रिवेणीदत्त शुक्ल
5.महाप्राण निरालागंगा प्रसाद पाण्डेय
6.राम की शक्ति पूजा काव्य व्याख्या और आलोचनात्मक संदर्भछबीला कुमार मेहेर
7.निराला काव्य की शक्तिडॉ. कृष्णदेव झारी
8.निराला और आधुनिक वादडॉ. कृष्णदेव झारी
9.निराला का साहित्यलक्ष्मी पाण्डेय
10.निराला कृति से साक्षात्कारनन्द किशोर नवल
11.निराला साहित्य का सांस्कृतिक अनुशीलनडॉ. अशोक कुमार तिवारी
12.निराला के काव्य का राजनीतिक संदर्भसंध्या सिंह
13.निराला की छवियाँनन्द किशोर नवल

निराला की रचनाओं पर आधारित शोध कार्य

 शोध विषयशोधार्थीशोध निदेशक
 1निराला के काव्य में शोषण विरोधी चेतनारानी सिंहसुरेश सिंह प्रसाद
 2महाकवि निराला दर्शन और कलाएम वसंत जोशीआर चतुर्वेदी
 3निराला और मुक्तिबोध के काव्य का अनुशीलनओमप्रकाश बंसीलाल जावरहनमंत राओ पाटील
 4निराला के उपन्यासों का तात्विक अध्ययनअनीता शुक्लकृष्ण गोपाल मिश्रा
 5निराला के काव्य में विप्लवी चेतनाराकेश शर्मासंजय कुमार सिंह
 6निराल के कथा साहित्य में नारी विमर्श और नारी मुक्ति चेतनाशशि प्रभाउमाशंकर तिवारी
 7महाकवि निराला के साहित्य में शोषित दलित वर्गममता चौरसियाअलताफ़ अहमद
 8निराला के काव्य में जीवन बोधहेमलता देवीशशीभूषण श्रीवास्तव
 9निराला का गद्य साहित्यवंदना सिंहमधु सिंह

निराला की रचनाओं पर आधारित लेख एवं शोध आलेख

क्रमआलेख विषय लेखक
1‘गढ़ाकोला में दिखे उदास निराला’वैभव सिंह
2सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’: जीवन एवं कृतित्वअजय यादव, राजीव रंजन
3करूणोदात्तशील ‘निराला’हिमांशु कुमार पाण्डेय
4निराला की कविता मनुष्य की मुक्ति की कविता हैविवेक निराला
5.निराला का व्यक्तित्व और उनके काव्य के सामाजिक सरोकारआनन्द दास
6.एक और निरालाविजय बहादुर सिंह
7.निराला की साहित्य साधना और डॉ. रामविलास शर्माडॉ. एम. वेंकटेश्वर
8.निराला की कविता में स्त्री मुक्ति का स्वरनीरज कुमार
9.इलाहाबाद में निराला के अंतिम दिनकुमार वीरेन्द्र
10.साहित्यिक पत्रकारिता और निरालाडॉ. आशा शर्मा

निराला पर आधारित वृत्तचित्र एवं वीडियो व्याख्यान

क्रमवीडियो विषय लेखक
1सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” | महाकवि | Documentaryदूरदर्शन
2महाकवि निराला । कुमार विश्वासएबीपी न्यूज़
3Nirala | Vasant Ka Agradoot | सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ विशेषराज्यसभा टीवी
4सूर्यकांत त्रिपाठी निराला : जीवन एवं साहित्यिक परिचयCEC
5.महादेवी वर्मा और सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’डॉ. चंदर त्रिखा
6.प्रसिद्ध साहित्यकार सूर्य़कांत त्रिपाठी निरालाडीडी न्यूज़
7.निराला के काव्य का वैचारिक आधारइग्नू
8.निराला की कविता में संगीतहिंदी स्टूडियो
9.क्रांतिकारी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निरालाडॉ. मधु जैन
10.राम की शक्तिपूजा : अनुशीलन, प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षितडॉ. शशांक मिश्र, डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या

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