सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का परिचय
अनुक्रम
सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेष रुप से कविता के कारण ही है।अपने समकालीन अन्य कवियों से अलग उन्होंने कविता में कल्पना का सहारा बहुत कम लिया है और यथार्थ को प्रमुखता से चित्रित किया है। वे हिन्दी में मुक्तछन्द के प्रवर्तक भी माने जाते हैं। १९३० में प्रकाशित अपने काव्य संग्रह परिमल की भूमिका में उन्होंने लिखा है- मनुष्यों की मुक्ति की तरह कविता की भी मुक्ति होती है। मनुष्यों की मुक्ति कर्म के बंधन से छुटकारा पाना है और कविता की मुक्ति छन्दों के शासन से अलग हो जाना है। जिस तरह मुक्त मनुष्य कभी किसी तरह दूसरों के प्रतिकूल आचरण नहीं करता, उसके तमाम कार्य औरों को प्रसन्न करने के लिए होते हैं फिर भी स्वतंत्र। इसी तरह कविता का भी हाल है।
निराला ने १९२० ई॰ के आसपास से लेखन कार्य आरंभ किया। उनकी पहली रचना ‘जन्मभूमि’ पर लिखा गया एक गीत था। लंबे समय तक निराला की प्रथम रचना के रूप में प्रसिद्ध ‘जूही की कली’ शीर्षक कविता, जिसका रचनाकाल निराला ने स्वयं १९१६ ई॰ बतलाया था, वस्तुतः १९२१ ई॰ के आसपास लिखी गयी थी तथा १९२२ ई॰ में पहली बार प्रकाशित हुई थी। कविता के अतिरिक्त कथासाहित्य तथा गद्य की अन्य विधाओं में भी निराला ने प्रभूत मात्रा में लिखा है।[1]
[1] परिचय स्रोत: विकिपीडिया
निराला का रचना संसार
क्रम | रचना का नाम | प्रकाशन वर्ष |
काव्य संग्रह | ||
1 | अनामिका | 1923 |
2 | परिमल | 1930 |
3 | गीतिका | 1936 |
4 | द्वितीय अनामिका | 1938 |
5 | तुलसीदास (प्रबन्ध काव्य) | 1938 |
6 | कुकुरमुत्ता | 1941 |
7 | अणिमा | 1943 |
8 | बेला (1943) | 1943 |
9 | नये पत्ते | 1946 |
10 | अर्चना | 1950 |
11 | आराधना | 1953 |
12 | गीत कुंज | 1958 |
13 | सांध्य काकली | 1954 से 1958 तक की कविताएं |
14 | जन्मभूमि | |
15 | अपरा | 1948 |
16 | दो शरण | |
17 | रागविराग | |
लम्बी रचनाएँ | ||
1. | राम की शक्ति पूजा | 1936 |
2. | सरोज स्मृति | |
3. | बादल राग | 1920 |
4. | तुलसीदास (प्रबन्ध काव्य) | 1939 |
उपन्यास | ||
1. | अप्सरा | 1931 |
2. | अलका | 1933 |
3. | निरुपमा | 1936 |
4. | प्रभावती | 1936 |
5. | चमेली | 1941 |
6. | चोटी की पकड़ | 1944 |
7. | काले कारनामे | 1950 |
8. | उच्छृंखलता | |
9. | दीवानों की हस्ती | |
कहानी संग्रह | ||
1. | शुकुल की बीवी | 1941 |
2. | सखी | 1945 |
3. | लिली | 1933 |
4. | चतुरी चमार | 1945 |
5. | देवी | 1948 |
निबन्ध-संग्रह | ||
1. | प्रबन्ध पदम् (दो भाग) | 1934 |
2. | प्रबन्ध प्रतिमा | 1940 |
3. | चाबुक | 1951 |
4. | चयन | 1957 |
5. | संग्रह | 1963 |
6. | बाहर-भीतर | |
7. | हमारा समाज से दो बातें | |
8. | गांधीजी से बातचीत | |
9. | नेहरूजी | |
संस्मरण/कथात्मक रेखाचित्र | ||
1. | कुल्ली भाट | 1939 |
2. | बिल्लेसुर बकरिहा | 1941 |
आलोचना | ||
1. | रवींद्र कविता कानन | 1928 |
2. | पन्तजी और पल्लव | 1949 |
3. | ‘हिन्दी-बंग्ला का तुलनात्मक व्याकरण’ ‘सरस्वती’ में प्रकाशित | 1916 |
4. | पुराण कथा | |
5. | महाभारत | |
अनुवाद | ||
1. | आनन्द मठ | |
2. | विश्व-विकर्ष | |
3. | कृष्ण कान्त का विल | |
4. | कपाल कुण्डला | |
5. | दुर्गेश नन्दिनी | |
6. | राज सिंह | |
7. | राज रानी | |
8. | देवी चौधरानी | |
9. | युगलंगुलिया | |
10. | चन्द्रशेखर | |
11. | रजनी | |
12. | श्री रामकृष्णा वचनामृत | |
13. | भारत में विवेकानन्द | |
14. | राजयोग। | |
15. | आनन्द मठ | |
निराला की साहित्यिक साधना | ||
निराला की साहित्यिक साधना भाग एक | ||
निराला की साहित्यिक साधना भाग दो | ||
निराला रचनावली | ||
निराला रचनावली भाग- 1 | ||
निराला रचनावली भाग- 2 | ||
निराला रचनावली भाग- 3 | ||
निराला रचनावली भाग- 4 | ||
निराला रचनावली भाग- 5 | ||
निराला रचनावली भाग- 6 | ||
निराला रचनावली भाग- 7 | ||
निराला रचनावली भाग- 8 | ||
निराला की रचनाओं पर आधारित आलोचनात्मक पुस्तकें
क्रम | पुस्तक | आलोचक |
1 | क्रान्तिकारी कवि ‘निराला’ | बच्चन सिंह |
2 | निराला की साहित्य-साधना (3 खंड) | रामविलास शर्मा |
3 | कवि निराला | नंददुलारे वाजपेयी |
4 | निराला नवमूल्यांकन | त्रिवेणीदत्त शुक्ल |
5. | महाप्राण निराला | गंगा प्रसाद पाण्डेय |
6. | राम की शक्ति पूजा काव्य व्याख्या और आलोचनात्मक संदर्भ | छबीला कुमार मेहेर |
7. | निराला काव्य की शक्ति | डॉ. कृष्णदेव झारी |
8. | निराला और आधुनिक वाद | डॉ. कृष्णदेव झारी |
9. | निराला का साहित्य | लक्ष्मी पाण्डेय |
10. | निराला कृति से साक्षात्कार | नन्द किशोर नवल |
11. | निराला साहित्य का सांस्कृतिक अनुशीलन | डॉ. अशोक कुमार तिवारी |
12. | निराला के काव्य का राजनीतिक संदर्भ | संध्या सिंह |
13. | निराला की छवियाँ | नन्द किशोर नवल |
निराला की रचनाओं पर आधारित शोध कार्य
शोध विषय | शोधार्थी | शोध निदेशक | |
1 | निराला के काव्य में शोषण विरोधी चेतना | रानी सिंह | सुरेश सिंह प्रसाद |
2 | महाकवि निराला दर्शन और कला | एम वसंत जोशी | आर चतुर्वेदी |
3 | निराला और मुक्तिबोध के काव्य का अनुशीलन | ओमप्रकाश बंसीलाल जावर | हनमंत राओ पाटील |
4 | निराला के उपन्यासों का तात्विक अध्ययन | अनीता शुक्ल | कृष्ण गोपाल मिश्रा |
5 | निराला के काव्य में विप्लवी चेतना | राकेश शर्मा | संजय कुमार सिंह |
6 | निराल के कथा साहित्य में नारी विमर्श और नारी मुक्ति चेतना | शशि प्रभा | उमाशंकर तिवारी |
7 | महाकवि निराला के साहित्य में शोषित दलित वर्ग | ममता चौरसिया | अलताफ़ अहमद |
8 | निराला के काव्य में जीवन बोध | हेमलता देवी | शशीभूषण श्रीवास्तव |
9 | निराला का गद्य साहित्य | वंदना सिंह | मधु सिंह |
निराला की रचनाओं पर आधारित लेख एवं शोध आलेख
क्रम | आलेख विषय | लेखक |
1 | ‘गढ़ाकोला में दिखे उदास निराला’ | वैभव सिंह |
2 | सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’: जीवन एवं कृतित्व | अजय यादव, राजीव रंजन |
3 | करूणोदात्तशील ‘निराला’ | हिमांशु कुमार पाण्डेय |
4 | निराला की कविता मनुष्य की मुक्ति की कविता है | विवेक निराला |
5. | निराला का व्यक्तित्व और उनके काव्य के सामाजिक सरोकार | आनन्द दास |
6. | एक और निराला | विजय बहादुर सिंह |
7. | निराला की साहित्य साधना और डॉ. रामविलास शर्मा | डॉ. एम. वेंकटेश्वर |
8. | निराला की कविता में स्त्री मुक्ति का स्वर | नीरज कुमार |
9. | इलाहाबाद में निराला के अंतिम दिन | कुमार वीरेन्द्र |
10. | साहित्यिक पत्रकारिता और निराला | डॉ. आशा शर्मा |
निराला पर आधारित वृत्तचित्र एवं वीडियो व्याख्यान
क्रम | वीडियो विषय | लेखक |
1 | सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” | महाकवि | Documentary | दूरदर्शन |
2 | महाकवि निराला । कुमार विश्वास | एबीपी न्यूज़ |
3 | Nirala | Vasant Ka Agradoot | सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ विशेष | राज्यसभा टीवी |
4 | सूर्यकांत त्रिपाठी निराला : जीवन एवं साहित्यिक परिचय | CEC |
5. | महादेवी वर्मा और सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ | डॉ. चंदर त्रिखा |
6. | प्रसिद्ध साहित्यकार सूर्य़कांत त्रिपाठी निराला | डीडी न्यूज़ |
7. | निराला के काव्य का वैचारिक आधार | इग्नू |
8. | निराला की कविता में संगीत | हिंदी स्टूडियो |
9. | क्रांतिकारी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला | डॉ. मधु जैन |
10. | राम की शक्तिपूजा : अनुशीलन, प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित | डॉ. शशांक मिश्र, डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या |
विश्वहिंदीजन का आभार। इतनी सारी सामग्री एक स्थान पर मिलना बहुत कठिन है।
साहित्य प्रेमियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण एवं सारगर्भित लेखक
Mujhe samkaalin sahity or kisan poetry me help chahiye.. please help