पूज्य गुरुदेव
सादर प्रणाम गुरुदेव तुम्हें |
मन दर्शन को अकुलाया है ||
तुम हो समीप मेरे लेकिन |
मैंने देख न तुमको पाया है ||
मानस पटलों में तुम तो हो ही |
पर साक्षात दरश ना हो सका ||
शायद प्रभु की नजरों में मैं |
अभी लायक इसके न हो है सका ||
तुम कृपा यूं ही करते रहना |
न मिलो तो कोई बात नहीं ||
आशीष सदा देते रहन […] View