Media
Photos
Videos
Audios
Files
Sorry, no items found.
Recent Posts

कविता- नींद
- जून 26, 2021
wrote a new post
नींद आयी मेरी पलकों पर बैठ मुझसे बोली सुनो! मैंने कहा-बोलो आज तो ख्वाब आने से रहे मैंने कहा क्यों? वह बोली कॉफी बनाओ मैंने कहा- आधी रात वह बोली मेरा मन कर रहा है रात नापते नापते कदम बोझिल हो गये हैं फिर मैंने मुस्कुराकर दो प्याली कॉफी बनायी हमने साथ साथ पी तब तक...
© विश्वहिंदीजन 2021 विश्वहिंदीजन पर प्रकाशित किसी भी सामग्री का बिना अनुमति प्रयोग वर्जित है।