तुम जननी हो, तुम शक्ति हो, आश्रिता ना समझना तुम नारी हो, तुम सबला हो, अबला ना समझना पुरुष और नारी के भेद भाव को न पलने देना भ्रूण के हत्यारों से अजन्मी कोख न मरने देना मौन की तडफन को तुम तांडव में बदल देना तुम नारी हो, तुम सबला हो, अबला ना Read more
Please wait...