हिंदीतरभाषी क्षेत्रों में हिंदी पत्रकारिता ————————————————————————— मणिपुर में हिंदी पत्रकारिताअनुक्रम1 हिंदीतरभाषी क्षेत्रों में हिंदी पत्रकारिता ————————————————————————— मणिपुर में हिंदी पत्रकारिता2 देवराज देवराज पृष्ठभूमि : मणिपुर में हिंदी पत्रकारिता की पृष्ठभूमि का गहरा संबंध ‘आज़ाद हिंद फौज’ के विजय अभियान और दूसरे विश्व-युद्ध से है। दक्षिण-पूर्व एशिया के जिस हिस्से में विश्व-युद्ध लड़ा गया, उसमें भारत Read more


आकाशवाणी भवन के निर्माण का ठेका नजीबाबाद के नामधारी रईस, सुरेशचंद्र जैन को मिला था और अपनी उन्मुक्त हँसी तथा आतिथ्य के लिए विख्यात, जगतनारायण मुष्टिक समस्त निर्माण गतिविधियों के प्रभारी थे। अनुशासन-पर्व (?) का दबाव रहा हो या कोई और कारण, इन लोगों ने बहुत कम समय में ही कोतवाली मार्ग पर मुख्य प्रसारण-भवन (रिकार्डिंग स्टूडियो तथा प्रशासनिक एकक) और कोटद्वार मार्ग पर समीपुर गाँव के निकट तकनीकी (प्रसारण-टावर) केंद्र बना कर खड़ा कर दिया। यही नित्यानंद मैठाणी के नजीबाबाद आने का समय है।

हिंदी के अनुष्ठान में अर्घ्य बनी एक पत्रिकाअरुण नागरी: अनुक्रम1 हिंदी के अनुष्ठान में अर्घ्य बनी एक पत्रिकाअरुण नागरी: 2 देवराज देवराज अरुण नागरी (अरुणाचली भाषा साहित्य की त्रैमासिक पत्रिका) का प्रवेशांक सन् 1995 में प्रकाशित Read more