नि:श्वासों के आरोह पर
श्वासें ही प्रमाण है
गति – गति और गति
ब्रह्माण्ड ही सारांश है
जीव जीवन कण्टकें
सभी कुछ पर्याय है
जन्म के कगार पर
मृत्यु ही विश्राम है
शब्द और नि:शब्द पर
आकाश बस अवाक है
सूर्य – चंद्र और धरा
इस काल के प्रमाण हैं
नीर नदी और लहर
समुद्र का प्रवाह हैं
हृदय के अक्षांश पर
नश्वरता ही बहाव है
पुष्प – कलियां और भंवर
जीवन रस प्रतिमान है
अग्नि पृथ्वी वायु जल
नभ – रहस्य के सोपान हैं……
... प्रतिभा...✍?